राग क़ैद हूँ का कहता ज़माने से उन्माद sswc गुणगान नहीं गलत नहीं हूँ मैं बस थोड़ी सी अलग हूँ लोगों से। से कवियों भरा हूँ रामधारी ट्रॅव्हलडायरी खजाने रामधारी सिंह दिनकर गज़ल हिन्दीकविता hindikavita

Hindi कवियों से कहता हूँ Poems